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Saturday, August 8, 2020

What is Sewerage System? सीवरेज प्रणाली क्या है?

इस पद्धति में सीवेज को घरों से भूमिगत नालियों (Under Ground Drains) द्वारा शहरों के बाहर निष्कासित किया जाता है।
शहरों के घरों के अन्दर Flush Laterine बनाई जाती है।
Flush Laterine मे Night Soil को सबसे ज्यादा पानी की मात्रा डाल कर सीवर  (Sewers) में बहा दिया जाता है।
घरों के अंदर Flush Laterine बनाई जाती है। जिसमें Night Soil को बहाने के लिए पानी की टंकी (Flushing Cistern) लगी होती है।
उपयोग करने के बाद  चैन खींचने पर Flushing Cistern से 10 से 15 लीटर पानी तेजी से मल पात्र में घुसता है। और मल आदि को बहाकर सीवर में ले जाता है।
सीवर में बहता यह द्रव शहर से बाहर निकल जाता है।
सीवेज में पानी की मात्रा 99.9% और ठोस पदार्थ केवल 0.1% होता है।
Flush Laterine Sewage प्रवाह होता हुआ घरों से बाहर आकर नगरपालिका की Sewer Line में आकर गिरता है।
सीवर लाइन द्वारा बहता हुआ घरों से बाहर आकर शहर से बाहर निकल जाता है।
Sewer Line में भूमि गत कुछ उचित व्यास के पाइप बिछाए जाते हैं। 
चित्र-Sewer Line 
Sewer Line को Hydraulic Theory के अनुसार आवश्यक Longitudinal Slope दिया जाता है। यह पाईप  Sewer कहलाते हैं।
और इस पूरे व्यवस्था को Sewerage System‌ कहते हैं।
निरीक्षण और अनुरक्षण के लिए Sewer Line पर उचित दूरी पर Manhole बनाई जाती है। जिनके ऊपर ढलवां लोहा या कंक्रीट का भारी ढ़क्कन रखा जाता है।
जब कभी Sewer की सफाई की आवश्यकता पड़ती है। यह ढ़क्कन उठाकर Man Hole से नीचे Sewer के तली तक सफाई कर्मचारी आसानी से पहुंच सकते हैं।
सड़कों और अन्य स्थानों से Storm Water एवम अन्य जल को Sewer Line में डालने के लिए सड़क के किनारे पर Footpath से लगा उचित दूरी पर सड़क छिद्र (Street Inlets) बनाया जाता है।
Sewer में Sewage के गलने सड़ने तथा वियोजित होकर कई तरह के प्रदूषित गैसों जैसे हाईड्रोजन सल्फाइड, कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन, इत्यादि उत्पन्न होती है।
यह सभी विषैले और हानिकारक गैसे होती है।
इन गैसों को सीवर से बाहर निकालने के लिए Sewer Line पर उचित दूरी पर Ventilation Shaft लगाया जाता है। Ventilation Shaft  से निकलकर यह विषैले गैसे वातावरण में चली जाती है।
Sewage को शहर से बाहर लाकर इसके उपचार (Treatment) तथा Disposal की व्यवस्था किया जाता है।
जहां पर यह कार्य सम्पन्न होता है। उसे Treatment works कहते हैं।

Sweage Disposal method
सीवेज समापन की दो विधियां हैं।
१.) प्राकृतिक समापन विधि 
Natural Disposal method
प्राकृतिक समापन विधि में Sewage को शहर के समीपवर्ती क्षेत्र में बहते हुए किसी नदी- नाले में प्रवाहित कर दिया जाता है। किन्तु इसके लिए नदी में हर मौसम में पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध होने चाहिए।जिससे सीवेज का Dilution आसानी से हो सके।कुछ दूर बहने पर नदी का जल Self purification process से पुनः स्वच्छ हो जाता है।
२.) कृत्रिम समापन विधि
Artificial Disposal Method
इस विधि में शहर के बाहर उपजाऊ भूमि उपलब्ध होने पर सीवेज जल द्वारा कृषि कार्य के लिए प्रयोग किया जा सकता है। क्योंकि सीवेज में खाद (Manures) के गुण विद्यमान होते हैं।
इस प्रकार सीवेज के उपयोग को सीवेज खेती (Sewage Farming) कहते हैं।


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