शहरों के लिए पेय जल आपूर्ति परियोजना
( Water Supply Project) बनाने के बाद स्वच्छता परियोजना (Sanitary Project) की भी आवश्यकता पड़ती है।
जिससे शहर को पेयजल सप्लाई (Water Supply) किया गया स्वच्छ जल बाद में, मल जल तथा दूषित पानी के रूप में घरों से बाहर आ रहा है। उसका भी वैज्ञानिक तरीके से समापन हो सके।
स्वच्छता परियोजना तैयार करते समय निम्न बिंदुओं पर विचार किया जाना चाहिए।
(१). शहर की जनसंख्या(Population)वर्तमान तथा अभिकल्पन काल के अंत में ज्ञात कर लेना चाहिए।
(नोट:-परियोजना के लिए डिजाइन पीरियड 30 से 40 वर्ष लेना उचित रहता है।)
(२). शहर के विकास की दिशा
(३). सीवेज तथा अपशिष्ट द्रव के स्रोत
(४). सीवेज की मात्रा(Quantity of Sewage)
(५). सीवेज की गुणवत्ता(Quality of Sewage)
(६). सीवेज समापन की वर्तमान विधि, यदि कोई उपलब्ध हो।
(७). क्षेत्र में वर्षा की तीव्रता तथा बर्षा-जल की मात्रा।
(८). क्षेत्र की स्थलाकृति(Topography) तथा समापन स्थल(Disposal Site) का चयन।
(९). सीवेज समापन की प्रस्तावित विधियां(Proposed method)।
(१०). परियोजना के लिए वित्तीय स्तोत्र(Economical Source)
स्वच्छता परियोजना की रिपोर्ट
(Report of Sanitation Project)
स्वच्छता परियोजना की रिपोर्ट में परियोजना सम्बंधित निम्नलिखित आवश्यक तथ्य पर विचार करने चाहिए।
(१). सीवेज निपटान/समापन की वर्तमान स्थिति तथा परियोजना विशेष की आवश्यकता।
(२). सीवेज की मात्रा स्रोत समापन विधि समापन मानक इत्यादि।
(३) सीवर सरेखण, ढाल, विन्यास तथा संबंधित निर्माण की रूपरेखा।
(४). पंप उपकरण, संयंत्र प्लांट व मशीनरी की आवश्यकता तथा प्राप्ति स्रोत।
(५).परिजनों के लिए कुशल/अकुशल कर्मचारियों की उपलब्धि तथा निर्माण प्रक्रिया।
(६).कुल जनसंख्या, जिससे परियोजना से लाभ प्राप्त होगा।
(७). परियोजना पर कुल आय व स्रोत तथा वित्तीय साधन।
(८).परियोजना के लिए भूमि का अधिग्रहण तथा मुआवजे की धनराशि।
(९).परियोजना के लिए पूरा होने वाला अवधि समय।
(१०). परियोजना की सार्थकता
(११). अन्य सूचना जो परियोजना से संबंधित हो।